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पचास लाख दो और डिवोर्स लो।

Adv. Dilip Kumar by Adv. Dilip Kumar
January 9, 2022
in Latest Articles
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पचास लाख दो और डिवोर्स लो।
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राम यतन शर्मा मेमोरियल ट्रस्ट दुनिया में अपने तरह का प्रथम ट्रस्ट है जो न्यायालय से मुकदमा के बोझ को कम करने के उद्देश्य से गठित की गई है। ट्रस्ट के गठन के तीन वर्ष पूर्ण हो चुका है। उक्त तीन वर्षों में ट्रस्ट कुल 46 विवादों को पूर्ण विराम तक पहुंचाने में सफलता प्राप्त किया है। विवाद को पूर्ण विराम तक पहुंचाने में कुछ अजीबोगरीब अनुभव प्राप्त हुआ है। मैं एक अनुभव सांझा कर रहा हूँ।

एक चिकित्सक दम्पत्ति की शादी के मात्र 04 माह ही हुये थे। दोनों के बीच विवाद उत्पन्न हो गया और पत्नी अपनी मायके चली गई, अपना मोबाईल नंबर भी ineffective कर लिया और दहेज प्रतारणा का एक वाद पति और उनके परिवार के सदस्यों के विरुद्ध प्रस्तुत किया। पति द्वारा ट्रस्ट से संपर्क किया गया और विवाद को समझौता द्वारा समाप्त कराने का अनुरोध किया गया। पति के अनुसार उसके ससुर की ईच्छा पर ही वाद का समझौता संभव था। पति ने अपने ससुर का मोबाईल नंबर ट्रस्ट को दिया और बात करने का अनुरोध किया।

ट्रस्ट द्वारा ससुर को फोन लगाया गया और कहा गया कि आपकी बेटी और दामाद के बीच के विवाद को समाप्त कराने के लिए आपके दामाद ने ट्रस्ट से सहयोग मांगा है। क्या आप ट्रस्ट का हस्तक्षेप पसंद करेंगे?

ससुर ने उत्तर दिया: – नहीं, कदापि नहीं। आप उसको (दामाद को)  बोलिए कि वह मेरे वकील से माफी मांगे और मेरे साढ़ू से माफी मांगे तभी समझौता होगा, नहीं तो मैं उसे जेल की हवा खिलवा दूंगा।

ट्रस्ट द्वारा उक्त बाते दामाद को बताया गया। दामाद ने वकील और अपने ससुर के साढ़ू से माफी मांगने से इनकार कर दिया।

ट्रस्ट द्वारा दामाद को सलाह दिया गया कि वह एक WhatsApp ग्रुप बनाए और ससुराल से संबंधित अधिक-से-अधिक व्यक्तियों को जोड़े और अपनी बात रखें और अपनी पत्नी का रुख जानने का प्रयास करें। दामाद ने वैसा ही किया। परंतु जब ससुर को पता चला की यह सब ट्रस्ट के सुझाव से किया जा रहा है तब बारी-बारी से सभी मेम्बर ग्रुप से लेफ्ट हो गए।

अंत में पति अपने पत्नी के वकील के पास गया और बोला कि “मुझे यह नहीं मालूम है कि मैंने आपके साथ क्या गलती किया है, परंतु मैं आपसे माफी माँगता हूँ। वकील बोले “तुम पहले ………… (साढ़ू) से माफी मांगों” वकील और साढ़ू दोनों सगे भाई थे। अतः पति ने उनसे भी यही कहते हुए माफी मांगा। पति समझ रहा था कि अब मामला शांत हो जाएगा। दो-तीन दिन बाद पति अपने ससुर को फोन किया और बोला कि अब मैंने आपके आदेशानुसार दोनों से माफी मांग लिया है, अब मुझे बताईए कि मुझे क्या करना है? ससुर का उत्तर आया कि पचास लाख रुपया दे दो और डिवोर्स ले लो।

✍डिस्प्यूट-ईटर

Adv. Dilip Kumar

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