• Home
  • About
  • Our Aim
  • Team
  • Photos
  • We Contribute
  • Online Appointment
  • Donate Us
  • FAQs
  • Contact
Menu
  • Home
  • About
  • Our Aim
  • Team
  • Photos
  • We Contribute
  • Online Appointment
  • Donate Us
  • FAQs
  • Contact
Search
Close
Home Latest Articles

एकतरफा तलाक और उसकी प्रक्रिया।

Adv. Dilip Kumar by Adv. Dilip Kumar
January 27, 2024
in Latest Articles
0
एकतरफा तलाक और उसकी प्रक्रिया।
  • Facebook
  • Twitter
  • Pinterest
  • LinkedIn
  • WhatsApp

सभी धर्मों की अपनी-अपनी पारिवारिक विधि है। सभी में कुछ अलग-अलग मान्यतायें है, समानता और असमानता भी है। सभी धर्मों में एक समानता है, वह यह कि पति-पत्नी आपस में एक अदृश्य गाँठ से बंधे होते है। उस गाँठ को वैवाहिक गाँठ कहा जाता है। उसको खोलना या तोड़ देना तलाक कहा जाता है। पौराणिक हिन्दू विधि के अनुसार यह गाँठ अटूट होता था। यह अटूट गाँठ कभी-कभी विवाह के पक्षकारों को काफी पीड़ा पहुंचता था। उस पीड़ा को कम करने के लिए वर्ष 1955 में उस गाँठ को न्यायिक आदेश से तोड़ने वाला गाँठ बनाया गया और वर्ष 1976 में इस गाँठ को आपसी सहमति से तोड़ने की कानूनी व्यवस्था कर दिया गया है। जब शादी का एक पक्षकार तलाक चाहता है और दूसरा नहीं चाहता है तब वैसा तलाक एकतरफा तलाक कहलाता है।

किसी भी धर्म में शादी करना या न करना किसी व्यक्ति का प्राइवेट मामला हो सकता है परंतु शादी तोड़ना किसी व्यक्ति का प्राइवेट मामला नहीं हो सकता है। इसीलिए शादी तोड़ने की प्रक्रिया को लचीला न बनाकर थोड़ा कठोर बनाया गया है। हिन्दू विधि के अनुसार कोई दम्पत्ति एक दूसरे को खुद तलाक नहीं दे सकता है। तलाक चाहने वाले पक्षकार को न्यायालय से तलाक की याचना करनी पड़ती है। यह याचना एक याचिका के माध्यम से की जाती है। उस याचिका में याची जिस आधार पर तलाक की मांग करता है उसका जिक्र होता है। वह आधार निम्नलिखित में से कोई एक या एक से अधिक हो सकता है: –

  1. विवाह के बाद पति या पत्नी में से कोई किसी दूसरे के साथ स्वेच्छा से संभोग किया हो।
  2. याचिका प्रस्तुत करने वाले पक्षकार के साथ क्रूरतापूर्ण व्यवहार किया गया हो।
  3. याचिका प्रस्तुत करने वाले पक्षकार को दो वर्ष या उससे अधिक अवधि तक परित्यक्त रखा गया हो।
  4. विपक्षी एस प्रकार के मानसिक विकार से पीड़ित हो कि उसके साथ रहना संभव नहीं हो।
  5. विपक्षी उग्र कुष्ठ रोग से पीड़ित हो।
  6. विपक्षी यौन रोग से पीड़ित हो।
  7. विपक्षी संसार को त्याग कर सन्यासी हो गया हो।
  8. न्यायिक पृथक्करण की डिक्री पारित होने के पश्चात एक वर्ष या उससे अधिक समय तक सहवास प्रारंभ नहीं हुआ हो।
  9. दाम्पत्य अधिकारों के पुनर्स्थापन की डिक्री पारित होने के एक वर्ष या अधिक समय तक दाम्पत्य अधिकार का पुनर्स्थापन नहीं हुआ हो।

इसके आलवे पत्नी को तीन और विकल्प है जिसके आधार पर वह तलाक का वाद ला सकती है।

  1. यदी पति विवाह के बाद बलात्कार, गुदामैथुन या पशुगमन का दोषी पाया गया हो।
  2. पत्नी अलग रह रही है तो भी उसके पक्ष में भरण-पोषण का आदेश पारित किया गया हो और एक वर्ष या उससे अधिक समय तक सहवास नहीं हुआ हो।
  3. पत्नी की शादी 15 वर्ष की आयु प्राप्त करने से पूर्व किया गया हो तथा 18 वर्ष की आयु प्राप्त करने से पूर्व वह विवाह का निराकरण कर दिया है।

तलाक प्राप्त करने की प्रक्रिया

  1. तलाक प्राप्ति के लिए पीड़ित पक्ष को न्यायालय में एक याचिका (वाद-पत्र) प्रस्तुत करनी पड़ती है।
  2. तत्पश्चात वाद ग्रहण की विंदु पर सुनवाई की जाती है।
  3. वाद ग्रहण के बाद विपक्षी को नोटिस भेजी जाती है। और विपक्षी से जवाब की मांग की जाती है। विपक्षी का समय पर उपस्थित नहीं होने पर एकपक्षीए कार्रवाही की जा सकती है।
  4. विपक्षी द्वारा जवाब प्रस्तुत करने के बाद वाद विंदु का गठन किया जाता है।
  5. उसके बाद वादी की ओर से दस्तावेजी और मौखिक साक्ष्य प्रस्तुत किया जाता है।
  6. उसके बाद प्रतिवादी की ओर से दस्तावेजी और मौखिक साक्ष्य प्रस्तुत किया जाता है।
  7. उसके बाद दोनों पक्षों की ओर से argument की जाती है।
  8. तत्पश्चात न्यायालय द्वारा निर्णय दिया जाता है।
  9. उसके बाद निर्णय के अनुसार डिक्री तैयार की जाती है।

✍दिलीप कुमार
(संपत्ति और परिवार के वकील)

Adv. Dilip Kumar

  • Facebook
  • Twitter
  • Pinterest
  • LinkedIn
  • WhatsApp
Previous Post

जानिए वृद्ध का अधिकार

Next Post

Full Stop No. 20/2022 (Family – Dispute)

Adv. Dilip Kumar

Adv. Dilip Kumar

Next Post
Full Stop No. 20/2022 (Family – Dispute)

Full Stop No. 20/2022 (Family – Dispute)

Discussion about this post

Cases Resolved by the DE

Full-Stop No. 18/2025 (Family-Dispute)

Full-Stop No. 18/2025 (Family-Dispute)

by Adv. Dilip Kumar
May 6, 2025
0

Dispute-Eater Run & managed by Ram Yatan Sharma Memorial Trust...

Full Stop No. 17/2025 (Property – Dispute)

Full Stop No. 17/2025 (Property – Dispute)

by Adv. Dilip Kumar
April 11, 2025
0

Dispute-Eater Run and managed by Ram Yatan Sharma Memorial Trust...

Full-Stop No. 16/2025 (Family-Dispute)

Full-Stop No. 16/2025 (Family-Dispute)

by Adv. Dilip Kumar
April 3, 2025
0

Dispute-Eater Run & managed by Ram Yatan Sharma Memorial Trust...

Load More

Latest Articles on DE

“बेटी से बहू तक की यात्रा”

“बेटी से बहू तक की यात्रा”

by Adv. Dilip Kumar
May 24, 2025
0

शादी के कुछ ही दोनों बाद विवाद हो गया। कारण...

कैमरे के फ़्लैश में धुंधले होते वैवाहिक संस्कार।

कैमरे के फ़्लैश में धुंधले होते वैवाहिक संस्कार।

by Adv. Dilip Kumar
April 21, 2025
0

"कैमरे के फ़्लैश में धुंधले होते वैवाहिक संस्कार" भारत में...

दाम्पत्य संबंध या तलाक, किधर जा रहे है आप।

दाम्पत्य संबंध या तलाक, किधर जा रहे है आप।

by Adv. Dilip Kumar
April 6, 2025
0

लिषा, एक सुंदर और बुद्धिमान लड़की, का जन्म मुजफ्फरपुर जिले...

Judgement from the Court

संयुक्त वसीयत की स्थिति में वसीयत का प्रावधान केवल मृतक वसीयतकर्ता की संपत्ति तक ही सीमित होगा जीवित वसीयतकर्ता की संपत्ति पर प्रभावी नहीं होगा-  केरल उच्च न्यायालय।

संयुक्त वसीयत की स्थिति में वसीयत का प्रावधान केवल मृतक वसीयतकर्ता की संपत्ति तक ही सीमित होगा जीवित वसीयतकर्ता की संपत्ति पर प्रभावी नहीं होगा-  केरल उच्च न्यायालय।

January 7, 2023
बहू को है सास-ससुर के घर में रहने का अधिकार – सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला,  

बहू को है सास-ससुर के घर में रहने का अधिकार – सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला,  

September 19, 2022
नोटरी विवाह/तलाक दस्तावेजों को निष्पादित करने के लिए अधिकृत नहीं हैं: – MP HC

नोटरी विवाह/तलाक दस्तावेजों को निष्पादित करने के लिए अधिकृत नहीं हैं: – MP HC

November 24, 2021
Load More
  • Home
  • About
  • Our Aim
  • Team
  • Photos
  • We Contribute
  • Online Appointment
  • Donate Us
  • FAQs
  • Contact
  • Home
  • About
  • Our Aim
  • Team
  • Photos
  • We Contribute
  • Online Appointment
  • Donate Us
  • FAQs
  • Contact
Facebook Twitter Youtube Linkedin
© 2019-2022 – Dispute Eater

Run & Managed by – RAM YATAN SHARMA MEMORIAL TRUST®

made with love at Ambit Solutions (7488039982)
WhatsApp chat