Dispute-Eater
Run and managed by
Ram Yatan Sharma Memorial Trust
Muzaffarpur, Bihar.
Full Stop No. 28/2024
(Property – Dispute)
Date of Compromise- 08.12.2024
Court Case Details: –
Name of the Court: – Special Execution Munsiff, Muzaffarpur, Bihar.
Title Suit No. 58/1992
Name of the Plaintiff: – Jai Narain Sah
S/o Late Bhuneshwar Sah
Village & Po – Chapra Megh, Ps- Mushahari,
District- Muzaffarpur, Bihar.
Name of the Defendant: – Mirala Manohar.
S/o Late Krishna Mohan Prasad Singh
Village & Po – Chapra Megh, Ps- Mushahari,
District- Muzaffarpur, Bihar.
वादी और प्रतिवादी के बीच 1992 से विवाद चल रहा था। “डिस्प्यूट-ईटर” दोनों पक्षों के बीच के विवाद को समाप्त करने का प्रयास किया। विवाद को समाप्त करने के लिए दोनों पक्षों के डिस्प्यूट-ईटर के कार्यालय में आने का अनुरोध किया गया। वादी की ओर से श्री जय नारायण साह और प्रतिवादी की ओर से श्री मिराला मनोहर उपस्थित हुए। “डिस्प्यूट-ईटर” के प्रयास से उपरोक्त वाद का शांतिपूर्ण समझौता हो गया है, जो इस प्रकार है: –
- यह कि प्रतिवादी द्वारा यह स्वीकार किया जाता है कि इस वाद में वर्णित भूमि पर वादिगण का दखल-कब्जा है और यदि इस वाद में वर्णित भूमि पर वादी के दखल-कब्जा की घोषणा कर दी जाती है और वादी के पक्ष में डिक्री दी जाती है तो प्रतिवादी को कोई आपत्ति नहीं होगी।
- यह कि यदि इस वाद का निपटारा समझौता के अनुसार कर दिया जाता है और उसी अनुरूप अंतिम डिक्री तैयार कर दी जाती है तो किसी भी पक्षकार को कोई आप्पति नहीं होगी।
- यह कि यह संधि-पत्र डिक्री का हिस्सा होगा।
- यह कि सभी पक्षों ने यह स्वीकार किया है कि इस संधि पत्र की प्रतिबध्यता दोनों पक्षों के अलावे उनके विधिक प्रतिनिधि/उत्तराधिकारी पर भी समान रूप से लागू होगा।
यह कि दोनों पक्षों द्वारा यह स्वीकार किया गया है एक संधि-पत्र तैयार किया जाएगा जिसे न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा ताकि न्यायालय से भी वाद समाप्त किया जा सके। इस प्रकार दोनों पक्षों के बीच के उपरोक्त विवाद का “पूर्ण-विराम” हो गया।
✍डिस्प्यूट-ईटर
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