IN THE SUPREME COURT OF INDIA
CIVIL ORIGINAL JURISDICTION
TRANSFER PETITION (CIVIL) NO. 2344 OF 2019
AMRUTA BEN HIMANSHU KUMAR SHAH ……………. Petitioner
VERSUS
HIMANSHU KUMAR PRAVINCHANDRA SHAH ………. Respondent
दिनांक 29.01.2021 को माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने व्यवस्था दिया है कि पत्नी को प्रत्येक तिथि को न्यायालय में उपस्थित होने के लिए पति द्वारा 10000.00 दिया जाएगा।
विषय- वस्तु:- पति द्वारा गुजरात के पालनपुर में प्रस्तुत वैवाहिक विवाद को महाराष्ट्र के मुंबई के न्यायालय में अंतरित करने हेतु पत्नी ने माननीय सर्वोच्चय न्यायालय में आवेदन प्रस्तुत किया था। पत्नी का कहना था कि वह प्रत्येक तिथि को पालनपुर से मुंबई जाने में समर्थ नहीं है अतः वैवाहिक विवाद संख्या 33/2016 को पालनपुर से मुंबई अंतरित कर दिया जाए। पति का तर्क था कि पत्नी द्वारा वर्ष 2016 में भी इस तरह का आवेदन प्रस्तुत किया गया था, जिसे सर्वोच्चय न्यायालय द्वारा निरस्त किया गया था। अतः पत्नी द्वारा प्रस्तुत आवेदन Res-judicata से प्रभावित है और आवेदन निरस्त होने योग्य है। दोनों पक्षों को सुनने के बाद सर्वोच्च न्यायालय द्वारा आदेशित किया गया कि “Dismissal Of “Petition For Transfer” In Matrimonial Cases may not operate as res judicata, when a fresh petition is filed on change of circumstances”.
माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने हालाँकि पत्नी के आवेदन को इस आधार पर निरस्त कर दिया कि पति द्वारा प्रस्तुत वाद में पति की गवाही पूर्ण हो चुकी है और वाद पत्नी की गवाही हेतु लंबित है। परंतु माननीय सर्वोच्चय न्यायालय ने पति को आदेशित किया कि जब कभी भी पत्नी की न्यायालय में उपस्थिति जरूरी हो, पति उसके यात्रा और रुकने के खर्च के लिए 10000.00 (दस हजार रुपया) देने होंगे।
सर्वोच्च न्यायालय के सम्पूर्ण निर्णय के लिए नीचे लिंक को क्लिक करे।
https://drive.google.com/file/d/1HlRqInC4bvfJjiIu64pEopie7YlVVzsA/view?usp=sharing
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