Ram Yatan Sharma Memorial Trust
A Public Charitable Trust
Muzaffarpur.
Full Stop No. 03/2021
(Family – Dispute)
Date of Compromise- 14.01.2021
Court Case Details: –
Name of the Court: – High Court Judicature at Patna
Criminal Miscellaneous No. 83754/2019
Name of the Petitioners: – XXXXXXXXX (sasur & others)
Name of the Respondent: – XXXXXXXX (State of Bihar & others)
Name of the Husband- XXXXXXXX S/o Shri XXXXXXXXXX
A Resident of Mohalla/Village- XXXXXXXXX
Ps – Sadar, District- Muzaffarpur.
Name of the wife- XXXXXXXXX W/o Shri XXXXXXXXX
Name of the wife- A Resident of Mohalla/Village- XXXXXX
Ps – Sadar, District- Muzaffarpur.
दोनों – पक्षों के बीच लंबित विवाद (परिवाद-पत्र संख्या 2593/2019 जो अपर मुख्य न्यायिक दण्डधिकारी चौदह मुजफ्फरपुर (ACJM 14th Muzaffarpur), मुजफ्फरपुर महिला थाना कांड संख्या 53/2019 जो Smt. Swati Dubey JM 01st Class East Muzaffarpur, माननीय पटना उच्च न्यायालय पटना में प्रस्तुत Criminal Miscellaneous No. 83754/2019 को समाप्त करने हेतु आज दिनांक 14.01.2021 को दोनों पक्ष, उनके पिता और चाचा ट्रस्ट कार्यालय में उपस्थित हुए। विवाद का मूल कारण दिनांक 01.07.2019 को पत्नी द्वारा पति से कही गई कुछ बातें थी, जिसका जिक्र यहाँ पर करना अनुचित होगा। दोनों पक्षों ने स्वीकार किया कि आज से पीछे की बात को लेकर विवाद नहीं करेंगे, दोनों साथ-साथ रहने को तैयार हो गये। अधिवक्ता संजीव कुमार के सहयोग से ट्रस्ट उपरोक्त विवाद को पूर्ण विराम (Full-Stop) तक पहुँचाने में सफल हुआ। दोनों पक्षों के बीच एक समझौता – पत्र तैयार हुआ जो निम्नलिखित है:-
समझौता-पत्र
- श्री XXXXXXXXX उम्र – 32 वर्ष, पुत्र श्री XXXXXXXXX निवासी मोहल्ला/ग्राम –XXXXXXXXX, थाना – सदर, ज़िला – मुजफ्फरपुर बिहार, मोबाईल नंबर XXXXXXXXX Aadhar No. –XXXXXXXXX जिनको इस समझौता – पत्र में इसके बाद प्रथम-पक्ष कहा जाएगा।
और
- श्रीमति XXXXXXXX @ XXXXXXXX उम्र लगभग 27 वर्ष पत्नी XXXXXXXX निवासी मोहल्ला XXXXXXXXX , हाजीपुर रोड, एन एच 77, थाना – सदर, जिला – मुजफ्फरपुर बिहार मोबाइल नंबर XXXXXXXXX Aadhar no. XXXXXXXXXX जिनको इस समझौता – पत्र में इसके बाद द्वितीय-पक्ष कहा जाएगा।
स्वीकृत तथ्य
यह कि प्रथम पक्ष और द्वितीय पक्ष दोनों पति-पत्नी है। दोनों पक्षों की शादी हिन्दू रीती – रीवाज के अनुसार दिनांक 30.06.2019 को द्वितीय – पक्ष के आवास पर संपन्न हुई थी। शादी के दूसरे दिन यानि दिनांक 01.07.2019 को विदागरी के पश्चात् द्वितीय पक्ष, प्रथम पक्ष के घर आई। दोनों – पक्षों के बीच लंबित विवाद (परिवाद-पत्र संख्या 2593/2019 जो अपर मुख्य न्यायिक दण्डधिकारी चौदह मुजफ्फरपुर (ACJM 14th Muzaffarpur), मुजफ्फरपुर महिला थाना कांड संख्या 53/2019 जो Smt. Swati Dubey JM 01st Class East Muzaffarpur, माननीय पटना उच्च न्यायालय पटना में प्रस्तुत Criminal Miscellaneous No. 83754/2019 को समाप्त करने हेतु आज दिनांक 14.01.2021 को दोनों पक्ष, उनके पिता और चाचा ट्रस्ट कार्यालय में उपस्थित हुए। दोनों-पक्ष और उपस्थित उपरोक्त लोगों के समक्ष समझौता हो गया जो निम्नलिखित है: –
- यह कि प्रथम-पक्ष अपनी पत्नी (द्वितीय-पक्ष) को पूरे मान -सम्मान के साथ अपने साथ रखेंगे। दोनों पक्ष कोई वैसा कार्य नहीं करेंगे जिससे एक-दूसरे को तकलीफ हो।
- यह कि प्रथम पक्ष, द्वितीय-पक्ष, को सम्मान पूर्वक बुलाकर ले आएंगे और तब के बाद द्वितीय – पक्ष अपने ससुराल में रहेंगी।
- यह कि दोनों पक्ष आगे एक-दूसरे के साथ किसी भी प्रकार का झगड़ा नहीं करने का वादा करते है साथ ही साथ यह वादा भी करते है की परिवार की मर्यादा को हर परिस्थिति में कायम रखेंगे।
- यह कि प्रत्येक सप्ताह के अंत को प्रथम पक्ष अपना अधिकांश समय अपनी पत्नी के साथ ही बिताएंगे।
- यह की दोनों पक्ष प्रेम पूर्वक रहेंगे, एक दूसरे को अपमानित, परेशान या पूर्व की बात को लेकर कोई मुकदमा नहीं करेंगे।
- यह कि द्वितीय – पक्ष जब भी माइके जायेगी अपनी पति की सहमति से जायेगी।
- यह कि दोनों पक्ष एक दूसरे के माता-पिता का सम्मान करेंगे।
- यह कि द्वितीय – पक्ष परिवाद-पत्र संख्या 2593/2019 प्रस्तुत किया था जो वर्तमान में ACJM 14th Muzaffarpur के यहाँ लंबित है उसे वापस ले लेंगे।
- यह कि द्वितीय-पक्ष द्वारा दाखिल महिला थाना कांड संख्या 53/2019 जो Swati Dubey JM 01st Class East Muzaffarpur के लंबित हैं उसे भी वापस ले लेंगे।
- यह कि द्वितीय-पक्ष यह स्वीकार करती है कि यदि प्रथम – पक्ष द्वारा माननीय पटना उच्च न्यायालय में प्रस्तुत Criminal Miscellaneous No. 83754/2019 स्वीकृत हो जाता है या उसे वापस ले लिया जाता है तो द्वितीय- पक्ष को कोई आपत्ति नहीं होगी।
दोनों पक्षों ने सहमति से अपने तन – मन की स्वस्थ्य अवस्था में अपने – अपने लाभ – हानि पर विचार करके बिना किसी दवाब के स्वेच्छा से एक – दुसरे के पक्ष में लिख दिया जिसपर दोनों पक्ष अपना – अपना फोटो चिपकाकर और अपने – अपने पहचान पत्र की छाया – प्रति संलग्न करके इस दस्तावेज के प्रत्येक पृष्ट पर अपना – अपना हस्ताक्षर बनाया है, जिसकी सम्पुटी में गवाहों ने भी अपना – अपना हस्ताक्षर बनाया है, ताकि भविष्य में कोई विवाद उत्पन्न होने पर इसे प्रमाण के रूप में प्रस्तुत किया जा सके.
अत: यह दस्तावेज तीन मूल प्रति में तैयार किया गया है जिसकी एक-एक प्रति दोनों पक्षों के पास और एक प्रति ट्रस्ट कार्यालय में प्रमाण के लिए रहेगा।
गवाह का हस्ताक्षर
(XXXXXXXX)
प्रथम–पक्ष का हस्ताक्षर
(XXXXXX @ XXXXX)
द्वितीय–पक्ष का हस्ताक्षर
2.
3.
S/d
Dilip Kumar
(Secretary)
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