Dispute-Eater
Run & Managed by
Ram Yatan Sharma Memorial Trust
Muzaffarpur.
Full Stop No. 01/2023
(Family – Dispute)
Date of Compromise- 05.02.2023
Court Case Details:
Name of the Court: – Principal Judge, Family Court, Muzaffarpur, Bihar
Maintenance Case No. 314/2022
Name of the Petitioner: – XXXXXXXXX (Wife)
Name of the Respondent: – XXXXXXXX (Husband)
Address of the Husband– XXXXXXXXX S/o Shri XXXXXX Pd. XXX
A Resident of Mohalla/Village- XXXXXX, Po- XXXXXXX
Ps- Kalyanpur, District- Samastipur, Pin- 848302.
Address of the Wife – XXXXXXXX S/o Shri XXXXXXXXXX
Permanently Residing at Mohalla – XXXXXXXXX, Po- XXXXXXX
Ps- Mushahari, District- Muzaffarpur, Pin- 842002
Both the parties and Mr. XXXXXXXX Shukla and Mr. XXXXXX Thakur are present in person in the office of “Dispute-Eater”. A physical meeting is held for about three hours. After meeting both the parties agreed to live together. The date for Bidagari is fixed on 10.02.2023. It was decided that on the said date husband will go to his Sasural for Bidagari and it was also agreed that the wife shall withdraw the maintenance case pending in the court of Family Judge Muzaffarpur on the date of the case. A separate compromise/agreement was prepared and duly signed by the parties as well as said Mr. XXXXXX Shukla and Mr. XXXXXX Thakkur. And now, the dispute between the parties came to a full-Stop.
S/d
(Dispute-Eater)
A separate settlement agreement was executed and signed by the parties and their guardian and “Disputer-Eater” which is as follows:-
समझौता–पत्र
- श्री XXXXXXXX कुमार पुत्र श्री XXXXXXXXXX उम्र लगभग 26 वर्ष ग्राम और पोस्ट – XXXXXXX, थाना – कल्याणपुर, जिला – समस्तीपुर, पिन – 848302, मोबाइल – XXXXXXX जिनको इस समझौता – पत्र में इसके बाद प्रथम-पक्ष कहा जाएगा।
और
- श्रीमती श्रीमती XXXXXXX कुमारी उम्र लगभग 24 वर्ष पत्नी श्री XXXXXXX कुमार पुत्री श्री XXXXXXX सिंह ग्राम- XXXXXXX पोस्ट- कल्याणपुर और थाना – कल्याणपुर जिला – समस्तीपुर पिन- 848302 वर्तमान निवास ग्राम XXXXXX, थाना – मुशहरी, जिला- मुजफ्फरपुर मोबाइल नंबर – XXXXXXXX जिनको इस समझौता – पत्र में इसके बाद द्वितीय-पक्ष कहा जाएगा।
स्वीकृत तथ्य
यह कि प्रथम पक्ष और द्वितीय पक्ष दोनों पति-पत्नी है। दोनों की शादी हिन्दू रीती – रीवाज के अनुसार दिनांक 24.03.2021 को XXXXXXXX मंदिर परिसर समस्तीपुर में संपन्न हुई थी। दोनों का संबंध कुछ दिनों तक ठीक रहा और इसी बीच दिनांक 07.01.2022 को एक पुत्री का जन्म हुआ जिसका नाम XXXXXX है। कुछ दिनों बाद दोनों पक्षों के बीच कुछ विवाद हो गया और द्वितीय पक्ष अपने मायेका आ गई और तब से वही रहती चली आ रही है। इसी बीच द्वितीय पक्ष द्वारा परिवार न्यायालय मुजफ्फरपुर में अपने और अपने बच्ची की भरण-पोषण के लिए एक वाद (Maintenance Case No. 314/2022) प्रस्तुत किया है जो अभी लंबित है।
दोनों – पक्षों के बीच लंबित विवाद को समाप्त करने हेतु आज दिनांक 05.02.2023 को दोनों पक्ष, दोनों पक्षों के पिता, श्री XXXXXX ठाकुर, श्री XXXXXXXXX शुक्ला और श्री XXXXXXXX शाही “डिस्प्यूट-ईटर” के कार्यालय में उपस्थित हुए। दोनों-पक्ष और उपस्थित उपरोक्त लोगों के समक्ष समझौता हो गया जो निम्नलिखित है:-
- कि प्रथम पक्ष, द्वितीय-पक्ष, को दिनांक 10.02.2023 को सम्मान पूर्वक XXXXXXXX से बुलाकर XXXXXX ले आएंगे और तब के बाद द्वितीय – पक्ष अपने ससुराल में रहेंगी।
- यह कि प्रथम-पक्ष अपनी पत्नी (द्वितीय-पक्ष) को पूरे मान – सम्मान के साथ अपने साथ रखेंगे। दोनों पक्ष कोई वैसा कार्य नहीं करेंगे जिससे एक-दूसरे को तकलीफ हो।
- यह कि दोनों पक्ष आगे एक-दूसरे के साथ किसी भी प्रकार का झगड़ा नहीं करने का वादा करते है साथ ही साथ यह वादा भी करते है की परिवार की मर्यादा को हर परिस्थिति में कायम रखेंगे।
- यह की दोनों पक्ष प्रेम पूर्वक रहेंगे, एक दूसरे को अपमानित, परेशान या पूर्व की बात को लेकर कोई मुकदमा नहीं करेंगे।
- यह कि द्वितीय – पक्ष जब भी माइके जायेगी अपनी पति की सहमति से ही जायेगी।
- यह कि द्वितीय-पक्ष के माता-पिता जब भी प्रथम-पक्ष के घर आएंगे, प्रथम-पक्ष की सहमति से ही आएंगे।
- यह कि द्वितीय-पक्ष को जब भी दवा की जरूरत हो डॉक्टर की सलाह से ही खाएंगे। डॉक्टर के पास ले जाने की जबाबदेही प्रथम पक्ष पर होगी।
- यह कि चाहे कितना भी गुस्सा क्यों न आए द्वितीय- पक्ष कमरा के अंदर जाकर कमरा को अंदर से बंद नहीं करेगी।
- यह कि दोनों पक्ष एक दूसरे के माता-पिता का सम्मान करेंगे।
- यह कि द्वितीय-पक्ष भरण-पोषण का वाद 314/2022 जो परिवार न्यायालय मुजफ्फरपुर में लंबित है उसे भी कुछ दिनों बाद वापस ले लेंगे।
दोनों पक्षों ने सहमति से अपने तन – मन की स्वस्थ्य अवस्था में अपने – अपने लाभ – हानि पर विचार करके बिना किसी दवाब के स्वेच्छा से एक – दुसरे के पक्ष में लिख दिया जिसपर दोनों पक्ष अपना – अपना फोटो चिपकाकर और अपने – अपने पहचान पत्र की छाया – प्रति संलग्न करके इस दस्तावेज के प्रत्येक पृष्ट पर अपना – अपना हस्ताक्षर बनाया है, जिसकी सम्पुटी में गवाहों ने भी अपना – अपना हस्ताक्षर बनाया है, ताकि भविष्य में कोई विवाद उत्पन्न होने पर इसे प्रमाण के रूप में प्रस्तुत किया जा सके।
अत: यह दस्तावेज तीन मूल प्रति में तैयार किया गया है जिसकी एक-एक प्रति दोनों पक्षों के पास और एक प्रति ट्रस्ट कार्यालय में प्रमाण के लिए रहेगा।
गवाह का हस्ताक्षर
(XXXXXX कुमार)
प्रथम–पक्ष का हस्ताक्षर
- XXXXXXXX Dev
- XXXXXXXX Singh
- XXXXXXXX Bhushan
(XXXXXX कुमारी)
द्वितीय–पक्ष का हस्ताक्षर
- XXXXXXX ThakurSd/ With Seal
“Dispute-Eater”
Discussion about this post